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राज्यभर के सीटेट, बीटेट कनेक्शन कनेक्शन में गोलबंद हैं।
सातवें फेज के विज्ञापन को लेकर बड़ा विरोध प्रदर्शन होगा।
साढ़े तीन साल से कर रहे शिक्षक पदों पर बहाली का इंतजार।
पटना। बिहार के लाखों शिक्षक नौकरी की तलाश में हैं। इन्हें 7वें चरण की शिक्षक बहाली का इंतजार है, लेकिन सरकार का रूख अब तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। ऐसे में बिहार के शिक्षक अब आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। वर्तमान में बिहार विधानमंडल का बजट सत्र जारी है, ऐसे में ये संकुचित युवा अब आंदोलन पर हैं।
राज्य भर के सीटेट, बीटेट लिंकिंग कनेक्शन में गोलबंद हो गए हैं और आज सातवें फेज के विज्ञापन को लेकर बड़े प्रदर्शन की तैयारी में हैं। उनका कहना है कि ये करीब 3 साल से बहाली का इंतजार कर रहे हैं। पूर्वाग्रह ने सरकार को चेतावनी दी है कि इस बार आर-पार की लड़ाई होगी। मांगें माने नहीं जाने तक अब पूर्वाभिमुख नहीं हैं।
सर्वेक्षण का कहना है कि सातवें चरण की शिक्षक बहाली कब और किन नियमों के तहत लागू होगी। शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन दिया जाएगा या नहीं, इन सभी बातों पर सरकार अपनी स्थिति साफ करें। आंदोलनकारी पूर्वाग्रह का कहना है कि अगर पुलिस की ओर से लाठी चार्ज किया गया तो चुनाव में सब पढ़ाएंगे।
आपके शहर से (पटना)
17 मार्च को सभी सीटीईटी, बीटीईटी मार्ग के महाआंदोलन में नामांकन के अधिकार के लिए नामांकन रद्द कर दिया गया है। इस बीच बिहार के शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन पर कहा कि वे आंदोलन करना चाहते हैं, क्योंकि सरकार खुद चिंतित है। करप्शन और फर्जीवाड़ा से मुक्त होगा इस बार का शिक्षक भर्ती।
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टैग: बिहार समाचार, बिहार शिक्षक, शिक्षक की नौकरी, शिक्षकों का विरोध
पहले प्रकाशित : 17 मार्च, 2023, 09:42 IST