स्ट्रीट फूड : जहानाबाद में यहां मिलते हैं मलाइ से भरपूर रसगुल्ले, लिट्टी-चोखा भी है फेमस


रिपोर्ट – हर्षित कुमार

जहानाबाद. जहानाबाद जिले में यूं तो कई खाने-पीने की दुकानें हैं। लेकिन कुछ दुकानों का शान उनके खाने का स्वाद है। ये दुकानों में से एक है जहानाबाद जिले के काको प्रखंड स्थित मां वैष्णो लिट्टी की दुकान। इस दुकान के बदले में लिट्टी-चोखा और मिठाई में गुलाब का स्वाद लाजवाब है।

लोग दूर-दूर से इस दुकान में आते हैं, लिट्टी-चोखा और गुलाब की जांबाज का लुत्फ उठाते हैं। काको का यह प्रसिद्ध लिट्टी-चोखा और लाल जाम की दुकान मुख्य सड़क मार्ग के किनारे स्थित है। काको में पहुंचने के बाद इस दुकान का पता चलता है कि आपको बच्चा-बच्चा तक बता देता है।

लिट्टी चोखा और रोज जंबू के लोग दीवाने हैं

मां वैष्णो लिट्टी की दुकान के मालिक प्रिंस खत्री का कहना है कि इस दुकान में लोगों की भीड़ के पीछे यह है कि लिट्टी को बनाने के लिए वो शुद्ध चने के सत्तू का इस्तेमाल करते हैं। सत्तू को गोलकी, एंगेज, मंगरेल, अदरक और सरसों के तेल से तैयार करने से पहले आग पर सेकते हैं। फिर उसे घसीटने वाले लोगों को खिलाते हैं।

इसके अलावा रोज रोजा को छेना और खोवा से तैयार करते हैं और दूध की छाली और मलाई में रोज जंबु को सभी ग्राहकों को खिलाते हैं। दो पीस लिट्टी-चोखा 20 रुपए में तो सिंपल गुलाब जांबा 10 रुपए और मलाई हुआ गुलाब जांबू 20 रुपए पीस के होश से ग्राहकों को परोसते हैं।

40 साल से दुकान चल रहे हैं राज कुमार खत्री

प्रिंस खत्री का कहना है कि उनकी यह दुकान करीब 40 साल से है और वही दुकान चल रही है। अभी उनके साथ 10 कलाकार भी हैं जो काम करते हैं। सभी कर्मचारियों को पेंशन देने और दुकान का राशन आने के अलावा रोजाना 1000 रुपये कमाते हैं।

उसी समय लिट्टी-चोखा और रोज जंब खाने आए ग्राहकों का दावा है कि इस दुकान का लिट्टी-चोखा और रोज जंबू बहुत प्रसिद्ध है। वे दस साल से इस दुकान में आ रहे हैं। वहीं कोई बयान हैं कि बचपन से ही आ रहे हैं और हफ्ते में दो-तीन दिन जरूर आते हैं। एक ग्राहक का तो कहना है कि इस दुकान के लिट्टी-चोखा और रोज जंबू की बात ही अलग है। मत पूछो कि ये क्या है। यहां की बात ही निराली है।

टैग: बिहार समाचार, जहानाबाद न्यूज

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