अमेरिका: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड सकल एक और मुश्किल में फंसते दिख रहे हैं। दरअसल, उन पर अपने राष्ट्रपति के कार्यकाल में विदेश से मिलने वाले तोहफों को छिपाने का आरोप लगता है। हाउस ओवरसाइट कमेटी में डेमोक्रेट्स ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट जारी की जिसमें कहा गया कि विदेशों से मिलने वाले कुछ उपहारों का जिक्र सरकारी रिकॉर्ड में नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि डोनाल्ड और उनके परिवार के व्हाइट हाउस में अपने समय के दौरान विदेशों से 250,000 डॉलर से अधिक के 100 से अधिक उपहारों का पता नहीं चला है।
सत्यापित पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी जांच में पाया गया कि डोनाल्ड नोटिस अपने कार्यकाल के दौरान विदेश से मिले कई तोहफों के बारे में नहीं बताते हैं। वे विदेश विभाग के सामने कुछ सामानों के बारे में खुलासा करने में असमर्थ हैं। जो संघीय कानून का उल्लंघन है। मामले की जांच कर रहे हैं अधिकारी नोटिस के सामान को सामने लाने के लिए लंबी-चौड़ी रिपोर्ट तैयार की है।
खास तौर पर इन देशों के गिफ्ट का नहीं मिला ब्योरा
रिपोर्ट में पहले आरोप है कि उन्होंने उन देशों से जिम्मेवारों का जिक्र नहीं किया, इसलिए अमेरिका के संबंध अच्छे नहीं हैं। रिपोर्ट में उनकी पत्नी मेलानिया, बेटी इवांका और दमद कुश्नर का भी जिक्र है। सक्रिय पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति पदचिह्नों ने मुस्लिम देशों से मिलने वाले तोहफों को सरकार के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया है।
रिपोर्ट में सऊदी अरब से मिले 16 गिफ्ट्स का भी जिक्र किया गया है, जिसकी कीमत आज 45 हजार डॉलर से ज्यादा थी। तोहफों में $24,000 तक का खंजर शामिल है, जबकि भारत के 17 उपहार भी लिस्ट में हैं। मिलने वाले गिफ्ट की लिस्ट में भारत द्वारा दिए गए उपहार भी शामिल हैं। भारत से 17,000 डॉलर से अधिक मूल्य के 17 उपहार नोट मिले थे। जबकि चीन से कम 5 गिफ्ट उन्हें मिले थे। मिली जानकरी के मुताबिक, हफ्ते में अपने राष्ट्रपति पद के आखिरी साल में विदेश से मिलने वाले को किसी भी सामान के बारे में जानकारी नहीं दी।
साथियों के लिए अनुरोध
प्रमुख सहयोगियों ने कहा कि राष्ट्रपति पद के दौरान उन्हें दिए गए उपहार उनके संघीय सरकार के नहीं थे, इसलिए उपहारों पर कोई रिपोर्ट नहीं दी गई।
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