चांद के पार वाली फिल्म की कहानी शिल्पी राज और विवेक पटेल की कहानी जैसी है। जब शिल्पी राज 7 साल पहले जब विवेक पटेल जी का हाथ थामा था। विवेक पटेल ने जब शादी करने की सोची थी तो उनके परिवार वाले ने बिल्कुल खुश नहीं थे बावजूद इसके विवेक पटेल ने आपने परिवार को मनाया और मंदिर में जाकर शादी की। ये उन दिनों की सच्चाई है जब शिल्पी राज फेमस नहीं हुआ था।
विवेक पटेल की हालत इस समय बहुत दैनिया है। आज उनके पिता भी नहीं हैं और माता भी नहीं हैं इस दुनिया में मुशिकल से जीवन यापन कर रहे हैं।
ये सब एक नवीनतम साक्षात्कार चौकस भारत के खुलासा हुआ है जिसमें विवके पटेल आपने गुजरे हुए दिन शादी से संबंधित पूरी जानकारी बता रहे थे । उन्होंने ये भी कहा कि जब उनकी माता बीमार थीं तो शिल्पी राज जी ने उनका मद्दत भी किया था।
कुछ दिन बाद जब उनकी माता का देहत हुआ तो शिल्पी राज उनकी माता की अतिमं संस्कार में भी गाया गया था। 2 दिन तक रुकी थी उनके घर पे। इससे साफ होता है कि उनके और विवेक पटेल के साथ भी सबसे ज्यादा रिस्ता खराब नहीं था। रिस्ता तब हुआ खराब जब एकने बीच विजय चौहन आए। विजय चौहन के आगमन के बाद शिल्पी राज दिवस पेज विवेक पटेल जी से दूर इसका मुख्य कारण था विवाद, जो शायद खत्म हो सकता था। लेकिन आमने-सामने से न मिलने के किसी और की बात को सुनने को ये दूर होता चला गया। आज एसी स्थिति की न तो शिल्पी राज विवेक जी से इच्छा चाहते हैं न ही विवेक शिल्पी राज जी से। ये कहनी अभी कफी चली गई क्योकि शिल्पीराज जी के जीवन में विवेक और विजय दोनो का ही नाम वि से शुरआत होता है
वी नाम से शुरू होने वाला राशि नाम वृषभ राशि इसका समूह शुक्र माना जाता है। जब तक इनमे आपस मे समझौता नहीं होगा तब तक उनकी जिद में तनाव रहेगा।
बहुत जल्द शायद विजय चौहन और शिल्पी राज शादी करने वाले हैं ये विवेक पटेल जी का कहना है।