रमजान 2023: रमज़ान में कब करनी है इबादत, क्या है सेहरी का उचित समय, जानिए सबकुछ…


गुलशन सिंह
बक्सर। रमजान के महीने में इस्लाम धर्म को सबसे ज्यादा पाक माना जाता है। इस धर्म को मानने वालों को रमज़ान की बेसब्री का इंतज़ार रहता है। इस्लामिक कलेंडर के मुताबिक इस बार रमजान 22 मार्च को शुरू हो रहा है ऐसे में रोजा रखने वाले लोगों को इबादत और सेहरी का सही समय की जानकारी देने के लिए जिले के काजीपुर स्थित जामा मस्जिद के इमाम हाफिज मोहम्मद फरीद आलम से खास बातचीत की गई। इस दौरान उन्होंने बताया कि कुरान शरीफ में रमज़ान को बेहद पवित्र महीना कहा गया है। रमज़ान कभी 29 दिन का या कभी 30 दिन का भी होता है। ऐसे में पूरे महीने इस्लाम धर्म के लोग रोजा रखते हुए अल्लाह की इबादत कर अमन चैन और विकास की दुआ मांगते हैं।

रोजा रखते हुए खुद की इबादत करने वालों को 70 नमूने सवाब मिलते हैं
काजीपुर स्थित जामा मस्जिद के इमाम हाफिज मोहम्मद फरीद आलम ने बताया कि हर तरफ रमजान की तैयारियां जोर पर चल रही हैं. उन्होंने बताया कि रमज़ान की शुरुआत चांद दिखने के बाद होती है। इसमें सुबह से शाम तक रोजा रखा जाता है। उन्होंने कहा कि रमज़ान के महीने में आपका विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि शरीफ शरीफ में बताई गई बातों का पालन करते हुए जो रोजा रखते हुए खुद की इबादत करते हैं उन्हें 70 उदाहरण सवाब के फल मिलते हैं। इसलिए रमज़ान के पवित्र महीने में सभी को रोज़ा रखना चाहिए।

जान फूंकने और इफ्तार करने का सही समय
इमामा हाफिक फरीद आलम ने बताया कि रमजान शुरू होने के पहले दिन सेहरी का सही समय सुबह 4 बजकर 38 मिनट पर है। जबकि इफ्तार का समय शाम 6 बजकर 6 मिनट से 6:20 तक रहेगा. उन्होंने कहा कि रोजा के समय सेहरी से लेकर इफ्तारी के बीच आप किसी भी चीज का सेवन नहीं कर सकते। पूरे दिन बिना खाना खाए पिये 5 बार नमाज अदा करने का नियम है।

वहीं रमज़ान के दौरान बीमार और अस्वस्थ लोगों को रोज़ा में छूट दी गई है। साथ ही नौकरी पेशा करने वाले लोग हैं यदि वे काम पर नमाज पढ़ने में परेशानी हो रही है तो वे घर पर आकर नमाज अदा कर सकते हैं। वहीं यात्रा करने वाले लोगों को भी इबादत की समय में छूट दी गई है।

टैग: बिहार समाचार, बक्सर न्यूज, रमजान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *