उनका जन्म और पालन-पोषण एक छोटे से गाँव में हुआ था
पेरुमल मुरुगन का जन्म 15 अक्टूबर, 1966 को ग्रामीण तमिलनाडु के एक गाँव थिरुचेंगोडे में हुआ था। एक अनपढ़ किसान के घर जन्मे मुरुगन अपने परिवार में इकलौता शिक्षित बेटा निकला। जब वह एक सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर के रूप में काम करते हैं, तो उन्होंने 11 उपन्यास और लघु कथाएँ और कविता के पाँच संग्रह भी लिखे हैं।