Headline
वनप्लस 11 मार्बल ओडिसी संस्करण भारत में बिक्री के लिए जा रहा है, जिसकी कीमत 64,999 रुपये है
एआई पर ‘स्पाइडर-वर्स’ फिल लॉर्ड, क्रिस्टोफर मिलर
उत्तर प्रदेश बीएड जेईई प्रवेश पत्र 2023 बाहर है: डाउनलोड करने के लिए कदम
बैटमैन, सुपरगर्ल एनरिच पर्सनल स्टोरी
संविधान राज्य सरकारों के रहमोकरम पर नहीं हो सकता: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन | भारत की ताजा खबर
पाकिस्तान पीटीआई के वाइस चेयरमैन शाह महमूद कुरैशी अदियाला जेल से रिहा
बोइंग ने 787 ड्रीमलाइनर में नई खराबी की चेतावनी दी, धीमी डिलीवरी होगी
कैसे यह वीआर हेडसेट एक मां को अपनी नेत्रहीन बेटी की दुनिया देखने में मदद करता है
मीन दैनिक राशिफल आज, 7 जून 2023 प्रेम जीवन में लाभ की भविष्यवाणी करता है | ज्योतिष

पाकिस्तानियों के साथ कतर की जेल में भारतीय, फीफा विश्व कप के दौरान अपनी मजदूरी की मांग करते हुए हिरासत में लिया गया


कतर समाचार: पूर्वी एशिया के देश कतर में फीफा वर्ल्ड कप (फीफा विश्व कप) के दौरान हिरासत में लिए गए पाकिस्तानी और भारतीय नागरिकों को अभी तक रिहा नहीं किया गया है। वे लोग वहां सुरक्षा गार्ड की तरह सीमाएं थे और वेतन न मिलने के विवाद को व्यवस्थित करने की कोशिश के दौरान उन्हें हिरासत में ले लिया था।

अंग्रेजी अखबार द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, कतर में दो पाकिस्तानियों के साथ एक भारतीय नागरिक को 10,000 रियाल (₹2,20,000) के जुर्माने के साथ छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई। और, उनकी गिरफ्तारी के चार महीने बाद भी उन्होंन नहीं छोड़ा गया है। एक मानव समूह इक्विडेम ने उनके बारे में ये जानकारी दी।

फीफा वर्ल्ड कप के दौरान हिरासत में लिए गए थे
बताया गया है कि फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए स्थानीय निजी सिक्‍योरटी फर्मों को हर समय भारतीय और पाकिस्तान के नागरिकों को काम पर रखा गया था, हालांकि, उनके रोजगार अनुबंध के महीने शेष रहने के बावजूद उन्हें मैच के कुछ दिनों बाद बर्खास्त कर दिया गया था। बर्खास्तगी के बाद जुर्माने में भी ले जाया गया और रिहा नहीं किया गया। अब एक मानव संगठन मरने की इच्छा कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, इन तीनों लोगों के अलावा नौ अन्य लोगों का अनुबंध खत्म होने से पहले ही जाने दिया गया। उनमें से चार को डिपोर्ट कर दिया गया और पांच अन्य को टर्मिनेट कर दिया गया, जो अभी भी वहीं हैं।

कंपनी ने रोड ब्लॉक करने के आरोप लगाए थे
रिपोर्ट के मुताबिक, 23 जनवरी को 200 गार्ड का एक जत्था, एक बस में सवार होकर अपनी पेंशन को लेकर बातचीत करने के लिए सिक्‍योरटी कंपनी के हेडक्‍वार्टर की ओर गया था। जहां कंपनी के कर्मचारियों ने कथित तौर पर पुलिस को यह दावा करते हुए कहा है कि वे लोग सड़क को अवरुद्ध कर रहे हैं। हालांकि बस में सवार हुए लोगों ने कहा कि उनके नेताओं के अलावा कोई भी बस से नीचे नहीं उतरा था, तो सड़क को अवरुद्ध करने का सवाल ही नहीं उठता।

यह भी पढ़ें: क्या कतर में आठ पूर्व भारतीय नेवी ऑफिसर को मिलेगी मौत की सजा? जाने क्या है मामला

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top