डीईओ बने शिक्षक से रिश्वत ले रहे थे साहब, विजिलेंस ने बिछा जाल, 50 हजार रुपये लें दबोचा


सितारमढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी में निगरानी विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। रिश्वतखोर प्रभार जिला शिक्षा कर्मचारी संजय कुमार देव कन्हैया को निगरानी की टीम ने हाथ लगाते हुए गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि बीचान खाने में एक सदी शिक्षक को जांच में क्लीन चिट देने को लेकर पचास हजार की रिश्वत ले रहे थे। डीईओ की निगरानी की टीम के द्वारा बिछाए गए जाल में फंस गए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

चार्ज शिक्षा असुरक्षित संजय कुमार देव कन्हैया को बुधवार को ही सितारमढ़ी के जिला शिक्षा जिम्मेदार का आंदोलन चलाया गया था। वह मध्यान भोजन में डीपीओ के रूप में सितारामढ़ी में पदस्थापित थे। बताया जाता है कि खाली पड़े सितारमढ़ी के जिला शिक्षा कर्मियों के पद पर चार्ज लेने को लेकर दो डीपीओ में लगातार जोरसाइश चल रहा था। अंत में विभिन्न शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मेहरबानी संजय पर हुई। इस मामले में सितामढ़ी के मध्यान भोजन गड़बड़ी को लेकर विभागीय कार्रवाई का सामना कर रहे एक शिक्षक से लगातार आरोप में क्लीन चिट देने को लेकर चार्जेज जिला शिक्षा के द्वारा उसे रिश्वत की मांग की जा रही थी।

इस मामले में शिकायतकर्ता शिक्षक के मामले की जांच को लेकर एक कमेटी भी बनाई गई थी। कमेटी जांच प्रकिया में जुटी थी। निगरानी की टीम का नेतृत्व कर रहे डीएसपी राजीव कुमार ने बताया कि निगरानी में डीपीओ संजय कुमार देव कन्हैया के खिलाफ एक शिक्षक द्वारा शिकायत दर्ज की गई थी। इस शिकायत को लेकर निगरानी की टीम ने यह कार्रवाई की है। 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। क्षोरब है सितारमढ़ी जिले में यह पहली घटना नहीं है जिसमें निगरानी करने वाली टीम के द्वारा कोई भी अधिकारी रिश्वत लेने वाली टीम के हत्थे चढ़ जाता है।

3 साल में लगभग 7 लोग ज्यादा संपर्क और निगरानी की टीम का शिकार हुए हैं। एक सिविल सर्जन, एक दारोगा, एक एडमिनिस्ट्रेटर, ड्रग इंस्पेक्टर सहित कई सरकारी कर्मचारियों की निगरानी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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