अगर आपको भी नहीं पता तो पारेशान मत होईये . पहले हम भी नहीं कर पाए थे केवल सुना था। मुझे लगा होगा कोई लेकिन धीरे-धीरे जब मघिया युवा टीम ने बातो बातो में अखिलेश कश्यप का नाम लिया तो यह स्पष्ट हो गया।
कोठापुत्र कोई और नहीं अखिलेश कश्यप जी है । जो की भोजपुरी के जानेमाने लेखक है . अक्सर ये विवाद को लेके जाता है , भोजपुरी में कुछ लोगो ने इन्हे कोठापुत्र का नाम दिया ।
कोठापुत्र का सन्दर्भ नहीं पता क्या होता है। शायद कोई गलत अर्थ ही होगा इसके बारे में आपको और सर्च करना पड़ेगा गुगल पे जानकारी मिल जाएगी।
कोठा बेटे की हाल में ही एक पिटाई होने का दावा किया जा रहा है। इसकी कोई पृष्टि नहीं हुई है।