Headline
विश्व कप के लिए न्यूजीलैंड टीम में वापसी करने के लिए ट्रेंट बोल्ट
TS PGECET 2023 रिजल्ट: pgecet.tsche.ac.in पर स्कोर कैसे चेक करें | प्रतियोगी परीक्षाएं
तय समय से 7 दिन देरी से केरल पहुंचा मानसून: आईएमडी | भारत की ताजा खबर
अहसोका: डिज्नी के अगले स्टार वार्स शो को आधिकारिक रिलीज की तारीख मिल गई है
इंडोनेशिया के मुस्लिम देश में अविवाहित जोड़े को कार में किस करते पकड़े जाने पर मिली सजा, जानें क्‍यों
भारत में सैम ऑल्टमैन: “मुझे नहीं लगता कि मौजूदा एआई सिस्टम खतरनाक हैं”
RBI ने मुख्य दर को 6.5% पर अपरिवर्तित रखा, वित्त वर्ष 24 में 6.5% की वृद्धि का अनुमान
आदिपुरुष: भगवान हनुमान के सम्मान में थिएटर में आरक्षित होने वाली 1 सीट | बॉलीवुड
विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ की तारीफ की

आधुनिक गुलामी के दावों में फंसे 50 मिलियन लोग मुक्त मानवाधिकार संगठन की रिपोर्ट


वैश्विक गुलामी सूचकांक: पूरी दुनिया में अब 200 से ज्‍यादा स्‍वतंत्र देश हैं। मगर, क्या आप जानते हैं कि कई देश ऐसे हैं, जहां लोग आज भी आजादी (स्वतंत्रता) के लिए लाट रहे हैं। उन देशों में लोग हुकूमत करते हैं या कट्टरपंथी संगठनों के कई पाबंदियां हुई हैं। एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच साल में आधुनिक गुलामी में रहने वाले लोगों की संख्या तेजी से मिली है।

उत्तर कोरिया, इरिट्रिया और मॉरिटानिया में आधुनिक दासता का वोग सबसे अधिक है। लंदन में बुधवार, (24 मई) की एक स्‍टेटडी में यह बात सामने आई कि हाल के वर्षों में आधुनिक गुलामी के शिकार लोगों की संख्‍या में काफी वृद्धि हुई है। वॉक फ़्री (वॉक फ़्री) फ़ाउंडेशन नाम के एक मानव संगठन ने आधुनिक गुलामी जारी की थी।

5 करोड़ लोग आधुनिक गुलामी के शिकार
वॉक फ्री रिलीज़ ग्लोबल स्लेवरी के अनुसार, 2021 में लगभग 5 करोड़ लोग “आधुनिक गुलामी” में बने रहे। पांच साल पहले के पिछले अनुमान से इस आंकड़े में अब ऐसे 1 करोड़ लोगों की बढ़ोतरी का अनुमान है। ताजा इंडेक्स के मुताबिक, उत्तर कोरिया, इरीट्रिया और मॉरिटानिया में दुनिया में आधुनिक दासता की दर सबसे अधिक है।

अफ्रीकी देश लीबिया में यौन दासता
वॉक फ्री की रिपोर्ट ने 5 साल पहले अपने पिछले सर्वेक्षण के बाद वैश्विक स्तर पर “बिगड़ती” स्थिति का उल्लेख किया है। कुछ साल पहले संयुक्त राष्ट्र संघ को, अफ्रीकी देश लीबिया में पूर्णता और यौन दासता के प्रमाण मिले थे। इस तरह की गुलामी के कई कारण हैं, लेकिन अन्य कारकों के बीच बढ़ते और जटिल सशस्त्र संघर्ष, संबंधित मुद्दे और कोरोना महामारी के व्यापक प्रभाव की पहुंच में ये स्थिति और भी जा रही है।

आधुनिक दासता क्या है?
आधुनिक दासता या आधुनिक दासता को चलना मुक्त मानव संगठन “जबरन श्रम, कर्ज देकर चंगुल में जकड़ना, जबरन विवाह, दासता और दासता जैसी व्यवसायी और मानव तस्कर सहित विशिष्ट वैधानिक के रूप में वर्णित है। चलना मुक्त के अनुसार,” आधुनिक दासता प्रत्यक्ष रूप से हुई है और दुनिया के हर कोने में लोगों की जिंदगी के साथ गहराई से जुड़ी हुई है। जिसमें हर दिन लोगों को बरगलाया जाता है, या शोषणकारी प्रतिनिधियों में इस तरह से मजबूर किया जाता है जिसे वे नाकार या छोड़ नहीं सकते।”

सबसे ज्यादा गुलामी कहाँ होती है?
खोज रिपोर्ट के मुताबिक, आधुनिक गुलामी में 2.76 करोड़ लोग जबरन काम करते हैं, जबकि 2.2 करोड़ लोग जबरन शादी के शिकार होते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया (प्रति 1,000 लोगों में से 104.6 लोग), इरिट्रिया (90.3) और मॉरिटानिया (32) में आधुनिक गुलामी के शिकार लोगों की संख्या सबसे अधिक है। इन देशों में सऊदी अरब, तुर्किये, स्थिति और कुवैत के अलावा टॉप-10 देश शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार, “ये देश अपनी कुछ राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक समानता को भी साझा करता है, जिसमें नागरिक स्वतंत्रता और मानवों के लिए सीमित सुरक्षा शामिल है।”

रिपोर्ट में कहा गया है कि कई देशों में सरकारें अपने नागरिकों को विभिन्न क्षेत्रों में, निजी जेलों में, या जबरन भरती के माध्यम से काम करने के लिए मजबूर करती हैं। इसके अलावा काफी लोग ऐसे भी हैं जो वास्तव में G-20 देशों में भी शोषण करते हैं।

गुलामी की जड़ में भारत के 1.1 करोड़ लोग
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 1.1 करोड़, चीन में 50 लाख और रूस में 18 लाख लोग शोषित हैं।

यह भी पढ़ें: यहां मजदूर आज भी गुलामी को मजबूर, शराब फैक्टरियों में काम के बदले दिए जाते हैं बस बिजली का संकेत!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top